Naukuchiatal Place– नौकुचियाताल अपनी खूबसूरत जगह के लिए तो प्रसिद्ध है ही, इसके साथ ही यह स्थान मोक्ष की प्राप्ति के लिए भी जाना जाता है। कहते हैं, अगर कोई झील के 9 कोनों को देख ले, तो वह इंसान अमर हो सकता है। लेकिन यहां आने वाले ज्यादातर लोगों को केवल 7 ही कोने दिखाई देते हैं।
हर तरफ हरियाली, शांत वातावरण, और पक्षियों की मधुर ध्वनि… कुछ ऐसा ही दृश्य नौकुचियाताल में होता है, मानों प्रकृति ने यहां अपने पूरे सौंदर्य के साथ डेरा जमा रखा हो। यहां आपको हर जगह शांति और सुकून मिलेगा। नैनीताल से करीब 3 घंटे की दूरी पर स्थित नौकुचियाताल की दूरी लगभग 26.2 किमी है। चारों ओर हरी-भरी पहाड़ियों से घिरे इस ताल की गहराई 175 फीट है।
बता दें कि यह ताल नैनीताल (Nainital hill station) जिले के सभी तालों में सबसे गहरा है। इसकी खूबसूरती के अलावा, इस ताल से जुड़ी एक प्राचीन कथा भी है। कहा जाता है कि जो भी इसके सभी कोनों को एक ही बार में देख लेता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। हालांकि, इसमें भी एक ट्विस्ट है जिसे हम इस लेख में विस्तार से जानेंगे। लेकिन उससे पहले, यहां से जुड़ी कुछ खास बातें जानते हैं।
एडवेंचर के शौकीनों के लिए खास जगह- Adventure in Naukuchiatal, Uttarakhand
नौकुचियाताल (Uttarakhand hidden places) के आस-पास एडवेंचर के कई विकल्प उपलब्ध हैं। कयाकिंग, पैडल बोट, चप्पू से चलाने वाली बोट, झील में ज़ॉर्बिंग, पैरासेलिंग, पहाड़ से पैराग्लाइडिंग, जंगल ट्रेकिंग और माउंटेन बाइकिंग जैसे कई एडवेंचर स्पोर्ट्स यहां देखे जा सकते हैं। प्राकृतिक नजारों के बीच एडवेंचर के शौकीनों के लिए यह स्थान बहुत ही खास है।
पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग
अगर आपको पक्षियों को देखना और उनकी मधुर ध्वनि सुनना पसंद है, तो नौकुचियाताल आपके लिए एक बेहतरीन जगह है। यहां पक्षियों की कई प्रकार की प्रजातियां पाई जाती हैं। इसके अलावा, इस ताल में 20-25 पोंड तक की मछलियां भी मिलती हैं। साल भर यहां पर्यटक बोटिंग का आनंद लेने और झील के शीतल जल का अनुभव करने आते हैं।
हनुमान मंदिर
नौकुचियाताल में स्थित हनुमान मंदिर, हनुमान जी के भक्तों के लिए एक आदर्श स्थान है। यहां प्रवेश द्वार पर हनुमान जी की 52 फीट ऊंची प्रतिमा स्थित है। यह मंदिर पहाड़ियों और घाटी के बीच स्थित है, जो इसे देखने में और भी आकर्षक बनाता है। इसके अलावा, यहां शनि मंदिर, राम दरबार मंदिर, और तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए जगह भी उपलब्ध है।
9 कोनों को देखने की मान्यता
ऐसा माना जाता है कि यदि कोई व्यक्ति नौकुचियाताल के सभी 9 कोनों को एक नजर में देख ले, तो उसे मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है और वह अमर हो सकता है। लेकिन, झील के किसी भी कोने में खड़े होकर देखने पर केवल 7 ही कोने दिखाई देते हैं। हालांकि, यह सिर्फ एक मान्यता है और इसका वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कोई आधार नहीं है।
नौकुचियाताल कैसे पहुंचें- How To Reach Naukuchiatal?
अगर आप ट्रेन से नौकुचियाताल जाना चाहते हैं, तो नजदीकी रेलवे स्टेशन हल्द्वानी और काठगोदाम हैं। काठगोदाम रेलवे स्टेशन यहां से लगभग 40 किमी दूर है और यह दिल्ली, लखनऊ, जम्मू कश्मीर जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। स्टेशन के बाहर से टैक्सी और कैब आसानी से मिल जाती हैं। वहीं हल्द्वानी से रोडवेज और केमू की बसें भी उपलब्ध हैं।